ऑस्ट्रेलिया जाना था पर बीच में ही लापता हो गए पंजाब के 3 युवक, आखिर कैसे पहुंचे ईरान? जानें किडनैपिंग की पूरी कहानी

3 Youth Kidnapped In Iran

3 Youth Kidnapped In Iran

होशियारपुर: 3 Youth Kidnapped In Iran: ईरान के तेहरान से पंजाब के तीन युवकों का अपहरण कर लिया गया है. ऐसा कहा जा रहा है कि, ये तीनों युवक फर्जी एजेंट के चक्कर में फंस गए थे. पंजाब के तीन अलग-अलग जिलों संगरूर, होशियारपुर और एसबीएस नगर के तीन युवक इस वक्त कहां हैं, किसी को पता नहीं है.

इन युवाओं को फर्जी एजेंटों ने ठगा है. ऑस्ट्रेलिया पहुंचने की बजाय ईरान में उनका अपहरण कर लिया गया. तीनों युवकों की पहचान हुसनप्रीत सिंह, जसपाल सिंह और अमृतपाल सिंह के रूप में हुई है.

ये तीनों युवक 1 मई को तेहरान पहुंचते ही लापता हो गए. होशियारपुर के गांव भागोवाल निवासी 23 वर्षीय अमृतपाल सिंह की मां गुरदीप कौर ने कहा कि, एजेंट ने उनके बेटे को 18 लाख रुपये में ऑस्ट्रेलिया ले जाने और वर्क वीजा दिलाने का वादा किया था, लेकिन दिल्ली से फ्लाइट में सवार होने के बाद उनके बेटे के साथ गए दो अन्य युवक ईरान में लापता हो गए. इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के लिए फोन किया.

अपहरणकर्ताओं ने पहले एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. बाद में फिर 54 लाख रुपये की मांग करने लगे. परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

पुलिस फरार फर्जी एजेंटों की तलाश में छापेमारी कर रही है. 'अपहरणकर्ताओं ने उन्हें (अपहृत युवकों को) पीले रंग की रस्सी से बांधे और हाथों से खून बहता हुआ एक वीडियो भेजा है. अपहरणकर्ताओं ने पैसे न भेजने पर तीनों को जान से मारने की धमकी दी है.

पीड़ित अपहरणकर्ताओं के फोन पर उनसे बात करते थे लेकिन 11 मई के बाद से परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पाया है. होशियारपुर का वह एजेंट जिसने उन्हें विदेश भेजा था, कथित तौर पर लापता है. वहीं, पीड़ित परिवारों ने ईरान स्थित भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही तीनों परिवार पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों के कैबिनेट मंत्री कुलदीप धालीवाल से भी संपर्क किया है.

मामले को लेकर कुलदीप धालीवाल ने कहा कि, वे पंजाब सरकार के विदेश मंत्रालय के माध्यम से लगातार भारतीय विदेश मंत्रालय से बात कर रहे हैं और बहुत जल्द युवकों तक पहुंच कर उन्हें वतन वापस लाया जाएगा.

मंत्री धालीवाल ने अपील की कि कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को दो-दो की संख्या में विदेश न भेजें क्योंकि इस तरह से उनके सामने दुख के अलावा कुछ नहीं आएगा. पंजाब के युवा विदेश में उज्ज्वल भविष्य की तलाश में किसी भी रास्ते पर चलने को तैयार हैं और कई बार उन्हें बुरे परिणामों का सामना करना पड़ता है.